Tuesday, 11 October 2011

my thoughts: क्रीम बेचने वाली कंपनी क्या कहती है २१ दिनों में ग...

my thoughts: क्रीम बेचने वाली कंपनी क्या कहती है २१ दिनों में ग...: क्रीम बेचने वाली कंपनी क्या कहती है २१ दिनों में गोरा बने मतलब काले इंसान नहीं और हम इनके जाल में फंसते जाते है.यही सोच हमें बदलनी होगी,...

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बलम संग कलकत्ता न जाइयों, चाहे जान चली जाये

  पुस्तक समीक्षा  “बलम संग कलकत्ता न जाइयों , चाहे जान चली जाये”- संदीप तोमर पुस्तक का नाम: बलम कलकत्ता लेखक: गीताश्री प्रकाशन वर्ष: ...